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Tata Motors का Iveco अधिग्रहण सौदा: एक नया यूरोपीय विस्तार | 2025 की सबसे बड़ी डील

 Tata Motors और Iveco डील: भारत की सबसे बड़ी ऑटो अधिग्रहण की ओर?

भारतीय ऑटो दिग्गज Tata Motors एक बड़े अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण की तैयारी में है। खबरों के मुताबिक, कंपनी इटली की मशहूर ट्रक निर्माता Iveco को लगभग $4.5 बिलियन (लगभग ₹37,500 करोड़) में खरीदने की बातचीत के अंतिम दौर में है।


अगर यह डील पूरी होती है, तो यह Tata Motors की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल डील होगी — Jaguar Land Rover (JLR) के $2.3 बिलियन अधिग्रहण के बाद। यह Tata Group की दूसरी सबसे बड़ी डील भी होगी, Corus Steel ($12.9 बिलियन) अधिग्रहण के बाद।Iveco कौन है?

Iveco यूरोप की एक अग्रणी वाणिज्यिक वाहन कंपनी है जो ट्रकों, बसों और पावरट्रेन टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता रखती है।


कंपनी की 74% कमाई यूरोप से होती है।

इसके लगभग 36,000 कर्मचारी हैं, जिनमें से 14,000 केवल इटली में हैं।


हालांकि यह यूरोप की अन्य कंपनियों जैसे Volvo, Daimler और Traton के मुकाबले छोटी है, लेकिन टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर में मजबूत है।डील की शर्तें और रणनीति

Tata Motors, Exor (Agnelli परिवार की निवेश कंपनी) से Iveco में उनकी 27.1% हिस्सेदारी खरीदना चाहती है, जो 43.1% वोटिंग राइट्स के साथ आती है।


इसके बाद Tata Motors बाक़ी हिस्सेदारी के लिए टेंडर ऑफर पेश करेगी।


यह अधिग्रहण एक डच सब्सिडियरी के ज़रिए किया जाएगा।


इस डील से Tata Motors को यूरोप में अपने वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय को मजबूत करने, अत्याधुनिक तकनीक तक पहुंचने और वैश्विक उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिलेगी।शेयर बाजार की प्रतिक्रिया

Iveco के शेयर 29 जुलाई 2025 को 7.4% चढ़े — यानी बाजार को यह डील पसंद आई।


वहीं Tata Motors का शेयर 3-4% गिरा, क्योंकि निवेशक कंपनी पर वित्तीय दबाव को लेकर चिंतित हैं। खासकर ऐसे समय में जब:कंपनी के वैश्विक वाहन डिलीवरी Q1 FY26 में 9% गिरी है।


JLR में नए एमिशन नियमों के चलते अपग्रेड की ज़रूरत है।

सरकार की नजर इटली सरकार इस डील पर नजर रखे हुए है क्योंकि Iveco को रणनीतिक महत्व की कंपनी माना जाता है। सरकार अपने “Golden Power” कानून के तहत डील की शर्तों में बदलाव की मांग कर सकती है।

।सलाहकार कौन हैं?

Tata Motors को सलाह दे रही है: Morgan Stanley

Agnelli परिवार और Iveco के लिए काम कर रहे हैं: Goldman Sachsलीगल एडवाइजर हैं: Clifford Chance


Iveco की टेक्नोलॉजी स्पेशलिटी

Iveco के पास आधुनिक डीजल, CNG, और इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन तकनीकों का अनुभव है। साथ ही, हाइड्रोजन फ्यूल टेक्नोलॉजी पर भी इसका शोध चल रहा है, जो भविष्य में Tata को इलेक्ट्रिक और ग्रीन वाणिज्यिक वाहनों में बड़ी बढ़त दे सकता है।

निष्कर्ष

Tata Motors की ये डील न केवल कंपनी के लिए, बल्कि पूरे भारतीय ऑटो सेक्टर के लिए एक ग्लोबल स्टेटमेंट होगी। लेकिन साथ ही, निवेशकों और सरकार दोनों की नजर इस पर बनी हुई है। अब देखना है कि क्या 30 जुलाई 2025 की बोर्ड मीटिंग में यह डील हरी झंडी पा जाती है या इसमें कोई नया मोड़ आता है।

डील की घोषणा Iveco की Q2 2025 अर्निंग रिपोर्ट के साथ होने की संभावना है। एक्सक्लूसिव बातचीत का समय 1 अगस्त 2025 को समाप्त हो रहा है।


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