GNG Electronics की ज़ोरदार एंट्री शेयर बाजार में (30 जुलाई, 2025 की स्थिति में)
GNG Electronics Ltd., जिसे "Electronics Bazaar" ब्रांड के नाम से जाना जाता है, ने 30 जुलाई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में एक दमदार शुरुआत की। कंपनी का ₹460.43 करोड़ का IPO शानदार तरीके से लिस्ट हुआ। NSE पर यह शेयर ₹355 पर लिस्ट हुआ, जो इसके इश्यू प्राइस ₹237 से 49.79% ज़्यादा था, वहीं BSE पर यह ₹350 पर लिस्ट हुआ, यानी 47.68% का प्रीमियम।
दिन के दौरान शेयर ने उतार-चढ़ाव भी देखा। यह ₹364 तक पहुंचा (यानि 53.58% का प्रीमियम), लेकिन बाद में मुनाफावसूली के चलते NSE पर ₹332.26 और BSE पर ₹333.50 पर बंद हुआ। मार्केट क्लोजिंग पर कंपनी का मार्केट कैप लगभग ₹3,750.41 करोड़ रहा।
IPO को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला
GNG का IPO 23 जुलाई से 25 जुलाई तक खुला था, जिसे निवेशकों से ज़बरदस्त रिस्पॉन्स मिला। इश्यू को कुल 150.21 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी को 1.41 करोड़ शेयरों के बदले 208.43 करोड़ शेयरों की मांग मिली।
विभिन्न कैटेगरी में प्रतिक्रिया कुछ इस प्रकार रही:
क़्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIBs): 266.21 गुना
नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): 226.44 गुना
रिटेल इन्वेस्टर्स: 47.36 गुना
लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम ₹90 से ₹105 के बीच था, जिससे 38%–44% के गेन की उम्मीद थी, जिसे लिस्टिंग ने पार कर लिया।
विश्लेषकों की राय क्या कहती है?
Anand Rathi ने GNG को B2B इलेक्ट्रॉनिक्स रिफर्बिशमेंट सेगमेंट में “पहला खिलाड़ी” बताया है। हालांकि, उन्होंने इसके वर्किंग कैपिटल-इंटेंसिव मॉडल की ओर इशारा किया। उन्होंने “Subscribe – Long Term” की रेटिंग दी है और सलाह दी कि लिस्टिंग पर आंशिक मुनाफावसूली करें और बाकी शेयर लंबे समय के लिए रखें।
Mehta Equities के विश्लेषक प्रशांत तापसे ने कहा कि डेब्यू उम्मीद के मुताबिक रहा, लेकिन लिस्टिंग के बाद कंपनी की वैल्यूएशन (P/E ~39x, EV/EBITDA ~24.9x) थोड़ी महंगी लग रही है। उन्होंने कंज़र्वेटिव निवेशकों को मुनाफा बुक करने की सलाह दी।
Dilip Davda ने GNG को भारत की अग्रणी IT डिवाइस रिफर्बिशमेंट कंपनी बताया है। उन्होंने इसे "पूरी तरह प्राइस किया गया लेकिन मध्यम से लंबी अवधि के लिए आकर्षक अवसर" बताया।
कंपनी प्रोफाइल और वित्तीय स्थिति
GNG Electronics, जिसकी शुरुआत 2006 में हुई थी, भारत की सबसे बड़ी लैपटॉप और डेस्कटॉप रिफर्बिशिंग कंपनी है। यह 38 देशों में काम करती है और ICT डिवाइस रिफर्बिशमेंट में ग्लोबल लीडर है।
इनकी सेवाओं में IT Asset Disposition (ITAD), ई-वेस्ट मैनेजमेंट, और वारंटी-समर्थित सेल्स शामिल हैं। HP, Lenovo, और Microsoft जैसे ब्रांड्स के साथ पार्टनरशिप है।
वित्तीय तौर पर देखें तो कंपनी का रेवेन्यू FY23 में ₹659.54 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹1,411.11 करोड़ हो गया। वहीँ, PAT (Profit After Tax) ₹32.43 करोड़ से बढ़कर ₹69.03 करोड़ हुआ।
IPO से मिले पैसे का उपयोग कंपनी अपने कर्ज चुकाने (₹320 करोड़), वर्किंग कैपिटल और अन्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करेगी।
बाजार का रुझान और संभावित जोखिम
भारत में ऑर्गेनाइज़्ड रिफर्बिश्ड PC मार्केट FY30 तक 45% CAGR से बढ़ने की उम्मीद है। सस्टेनेबिलिटी और सस्ते टेक्नोलॉजी की मांग इसे बढ़ावा दे रही है।
हालांकि, कुछ जोखिम भी हैं जैसे —
ग्राहक और सप्लायर पर ज़्यादा निर्भरता (टॉप 10 ग्राहक 47% रेवेन्यू देते हैं, टॉप 10 सप्लायर 57% इन्वेंटरी खर्च करते हैं)
विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव अनऑर्गेनाइज़्ड सेक्टर से कॉम्पटीशन
X (Twitter) पर निवेशकों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर निवेशकों ने GNG की ब्लॉकबस्टर लिस्टिंग और मजबूत ग्रोथ पोटेंशियल की तारीफ की है।
FY26 के लिए मैनेजमेंट का टारगेट ₹1,800 करोड़ रेवेन्यू, ₹140 करोड़ EBITDA और ₹120 करोड़ PAT है। साथ ही, कंपनी की चीन से कोई डायरेक्ट इंपोर्ट डिपेंडेंसी नहीं है, जिससे निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है।
निवेशकों के लिए सलाह
जिन निवेशकों को IPO में अलॉटमेंट मिला है, वे इस मजबूत लिस्टिंग के बाद आंशिक मुनाफा बुक कर सकते हैं, जैसा कि अधिकांश विश्लेषकों ने सुझाव दिया है।
हालांकि, GNG की मार्केट लीडरशिप और सेक्टर की ग्रोथ को देखते हुए कुछ शेयर लंबे समय तक होल्ड करना फायदेमंद हो सकता है।
नोट:
शेयर बाज़ार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है। यह लेख केवल सूचना और शिक्षा के उद्देश्य से है, निवेश की सलाह नहीं है। निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें।
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